सिर्फ शाहरुख खान को ‘डांटने’ के लिए अमिताभ ने बंद कर दी थी अपने ही घर वालों से बात


Amitabh Bachchan KKKG Dialogue: आज के दौर में जब कोई घर वालों को कहता है कि उसे अपने मनपसंद पार्टनर से शादी करनी है. तो बदले में घर वाले कहते हैं- ‘तुम मेरे औलाद नहीं हो सकते. या फिर तुम मेरा खून नहीं’. इसके साथ ही ‘हम तो अपने माता-पिता की हां में हां मिलाते थे’ वाला भरपूर ज्ञान भी दे दिया जाता है. ठीक ऐसा ही डायलॉग अमिताभ बच्चन ने शाहरुख खान को ‘कभी खुशी कभी गम’ फिल्म में मारा था. जिसे देखकर हर लव मैरिज करने वाले को अपने दिन याद आ गए थे. लेकिन इस डायलॉग में जान डालने के लिए अमिताभ बच्चन ने कुछ ऐसा किया था जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते. निखिल आडवानी ने अमिताभ के इस सीन को लेकर खुलासा किया है. 

निखिल आडवानी ने खोले राज

रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में निखिल आडवानी ने साल 2001 में आई फिल्म कभी खुशी कभी गम का किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा- अमिताभ बच्चन ने इस डायलॉग को इतना नैचुरली बोला था कि लोगों की आंखो से आंसू आ गए थे. लेकिन इसके लिए उन्होंने खुद को काफी प्रीपेयर किया था. 


अमिताभ बच्चन ने घर वालों से की थी बात बंद

सीन को रियल बनाने के लिए अमिताभ बच्चन ने अपने घर में सबसे बात करनी छोड़ दी थी. निखिल ने कहा- फिल्म के इस इमोशनल एंगर सीन को अमिताभ ने रियल लाइफ में जिया था. उन्होंने कहा यही वजह है कि फिल्म का सीन आज भी लोगों को याद है. नेचुरल एक्टिंग करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है. इस बारे में उन्होंने जब जया बच्चन को बताया तब वो बोलीं – निखिल तुम्हें आईडिया नहीं हमने पूरे तीन दिन अमित जी की बेवजह की चुप्पी झेली है. 

बता दें कि ‘कभी खुशी कभी गम’ साल 2001 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में शाहरुख खान के साथ अमिताभ बच्चन, ऋतिक रोशन, जया बच्चन, करीना कपूर और काजोल भी थे. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की थी. इसी फिल्म से करीना का पू वाला सीन हिट हुआ था. इस सीन में करीना कहती हैं- वो कौन है जिसने पू को पलट कर नहीं देखा’.

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