वो डायरेक्टर जिसकी फिल्म 4 दिन तक चली ही नहीं, फिर जब चली तो साढ़े 4 साल तक रुकी ही नहीं!


कई बार न तो आपको पता होता है और न ही खबर कि आप चुपके-चुपके इतिहास रचने जा रहे हैं. वो भी तब जब सब कुछ आपके खिलाफ हो. ऐसा ही एक कहानी है बॉलीवुड में सबसे महान फिल्मों में से एक देने वाले डायरेक्टर की. डायरेक्टर रमेश सिप्पी की. वो डायरेक्टर जिसने बॉलीवुड को नगीना दे दिया. इस नगीने का नाम ‘शोले’ है.

इस फिल्म ने क्या किया वो तो इतिहास है. फिल्म वर्तमान भी है क्योंकि शोले आज भी फिल्मों में दिलचस्पी रखने वाले, फिल्मों में डायरेक्शन करने वाले और फिल्मों में एक्ट करने वाले, सबके लिए एक इंस्टीट्यूशन की तरह है. आजादी से थोड़ा पहले आज के पाकिस्तान के कराची में 23 जनवरी को जन्में रमेश सिप्पी ने शोले बनाई और फिर जो हुआ उस पर जितनी बात करो उतना कम है.


जब रिलीज हुई तो फ्लॉप करार दे दी गई
फिल्म साल 1975 में रिलीज हुई थी. फिल्म रिलीज हुई तो शुरुआत के 4 दिनों तक ठंडे बस्ते में ही रही. क्रिटिक्स से लेकर दर्शकों तक ने इसकी बुराई करनी शुरू कर दी. किसी को गाने नहीं पसंद आए तो किसी को गब्बर की आवाज, लेकिन अद्भुत चीज को बहुत दिनों तक पर्दे पर नहीं रखा जा सकता. वर्ड ऑफ माउथ की वजह से फिल्म ने धीरे-धीरे जब रफ्तार पकड़ी तो वो हफ्तों से महीनों और महीनों से सालों तक चलती रही. हाल में डायरेक्टर रोहित शेट्टी ने इंडियन एक्सप्रेस पर इस बारे में बात भी की थी.

अमिताभ के किरदार के बारे में
रोहित शेट्टी ने इस दौरान ये भी कहा कि अमिताभ के किरदार को ही क्यों मारा गया. उन्होंने कहा कि फिल्म में जब उन्हें लिया गया तो वो उस समय उतने बड़े हीरो नहीं थे. उनके एक-दो सीन छोड़कर उनका कोई सीन ऐसा नहीं था जिसमें वो अकेले दिखे हों. हर सीन में वो धर्मेंद्र के साथ ही दिखे. हालांकि, तब तक अमिताभ की जंजीर और दीवार रिलीज हो गईं थीं और वो बड़े स्टार बन चुके थे.

रमेश सिप्पी ने शोले से पहले की थीं ये फिल्में
रमेश सिप्पी ने शोले से पहले शहंशाह फिल्म से 6 साल की उम्र में ही बतौर बाल कलाकार डेब्यू कर लिया था. लेकिन उनकी पहली फिल्म शोले से 4 साल पहले 1971 में आई जिसका नाम ‘अंदाज’ था. शोले जैसी फिल्म बनाने के अलावा, रमेश सिप्पी ने अलग-अलग तरह की फिल्में बनाई हैं. रमेश सिप्पी ने बाद में शान, अकेला और शक्ति जैसी बेहतरीन फिल्में भी बनाईं.

शोले से जुड़ी और भी दिलचस्प बातें
रमेश सिप्पी जब शोले बनाने जा रहे थे, तो उनके पास बजट की कमी थी. जब वो पिता जीपी सिप्पी के पास गए तो उन्होंने फिल्म में पैसा लगाने का मन बना लिया. तब वो फिल्म करीब 3 करोड़ में बनकर तैयार हुई थी. ये बजट आज के जमाने की महंगाई दर को लेकर आज के हिसाब से कैल्क्युलेट किया जाए तो ये कीमत सैकड़ों करोड़ में पहुंचती है. उस जमाने में शोले ने करीब 35 करोड़ रुपये कमाए थे. यानी कुल बजट का 12 गुना रुपया कमाने वाली ये फिल्म आज भी बॉलीवुड में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक है.

और पढ़ें: जब बॉलीवुड नवजात शिशु था, 107 साल पहले तब पहली बार भगवान श्रीराम ने बरसाई थी अपनी महिमा, जानें- बेहद दिलचस्प किस्सा



Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top